डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद किसानों पर महंगाई की एक और मार | DAP के दाम में भी हुआ भारी इजाफा
Petrol and diesel की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी सिर्फ आम जनता का ही बजट नहीं बिगाड़ रही, बल्कि इसका असर खेती और उन सभी व्यवसायों पर भी पड़ रहा है जो पेट्रोल और डीजल पर आधारित हैं. इस बीच किसानों के लिए एक और बुरी खबर सामने आई है. किसानों पर महंगाई की दूसरी मार भी पड़ी है.
देशभर में बढ़ रही पेट्रोल और डीजल (Petrol and diesel) की कीमतों से एक तरफ जहां आम आदमी परेशान है तो वही दूसरी ओर किसानों के लिए भी यह एक मुसीबत बनी चुकी है. इस बीच पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे किसानों को एक और गहरा झटका लगा है.
इससे पहले भी इफको सहित कई खाद बनाने वाली कंपनियों ने उर्वरक की कीमतों में बढ़ोतरी की थी. लेकिन सरकार ने किसानों के हित में निर्णय लेते हुए सब्सिडी की राशि बढ़ा दी, जिससे किसानों पर बढ़ी हुई कीमतों का बोझ नहीं पड़ा|
पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे किसानों (Farmers) को एक और झटका लगा है. भारत की प्रमुख सहाकरी संस्था इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (IFFCO) ने डाय अमोनियम फॉस्फेट (DAP) और एनपीके की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है. सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले खाद में से एक डीएपी की कीमतों में 150 रुपए की वृद्धि की गई है. किसान पहले से ही डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान हैं. अब उन्हें खाद भी अधिक दाम देकर खरीदनी होगी. इससे कृषि लागत में काफी इजाफा होगा|
इससे पहले भी इफको सहित कई खाद बनाने वाली कंपनियों ने उर्वरक की कीमतों में बढ़ोतरी की थी. लेकिन सरकार ने किसानों के हित में निर्णय लेते हुए सब्सिडी की राशि बढ़ा दी, जिससे किसानों पर बढ़ी हुई कीमतों का बोझ नहीं पड़ा. पिछले कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद और खाद के लिए इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल की कीमतों में तेजी का दौर जारी है. रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण स्थिति और दयनीय हो गई है|
डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद किसानों पर महंगाई की एक और मार | DAP के दाम में भी हुआ भारी इजाफा
युद्ध के कारण खाद की वैश्विक कीमतों में तेजी
रूस से बड़ी मात्रा में खाद का कच्चा माल आता है, लेकिन रूस पर लगाए गए पश्चिमी देशों के प्रतिबंध और सप्लाई चेन प्रभावित होने के कारण कीमत पहले के मुकाबले काफी बढ़ी है. इफको के अधिकारियों का कहना है कि वैश्विक स्तर पर बढ़ी कीमतों के कारण खाद के दाम में इजाफा किया गया है. कंपनी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि पहले पैक हो चुके खाद पुरानी कीमत पर ही मिलते रहेंगे. नई पैकिंग के लिए किसानों को बढ़ा हुआ दाम देना पड़ेगा\
इफको ने दाम बढ़ाने का निर्णय तब लिया है जब कुछ दिन पहले ही संसद में रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा था कि सही कीमत पर खाद उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा था कि सरकार डीएपी पर 2650 रुपए प्रति बोरी सब्सिडी दी जा रही है. सरकार का पूरा प्रयास है कि कीमतों में वृद्धि का भार किसानों पर नहीं पड़े, इसलिए वह सब्सिडी का पूरा भार उठा रही है|
DAP और NPK के दामों बढ़े (DAP and NPK price hike)
दरअसल, देश की प्रमुख सहकारी संस्था Indian Farmers Fertiliser Cooperative(IFFCO) लिमिटेड ने डाय अमोनियम फॉस्फेट(Diammonium phosphate,DAP) और NPK की कीमतों में बढ़ोतरी की है. इसकी कीमत 1 और 2 रुपये नहीं बल्कि सीधे 150 रुपये बढ़ा दिए गए हैं. यहां आपको बता दें कि DAP और NPK यह दोनों ऐसे खाद हैं. जिसका किसान अपनी खेती में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता हैं. ऐसे में किसान पहले से ही जहां डीजल के दाम बढ़ने से परेशान थे अब उन्हें अपनी फसलों के लिए खाद भी महंगे दामों पर खरीदना पड़ेगा. इन दोनों खादों के दाम बढ़ने से अब कृषि लागत में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी|
डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद किसानों पर महंगाई की एक और मार | DAP के दाम में भी हुआ भारी इजाफा
DAP और NPK के बारे में विस्तार से जानिए (Know more about DAP and NPK)
DAP खाद कृषि में सबसे ज्यादा उपयोग होता है. भारत में ही नहीं बल्कि यह विश्व में भी उपयोग होने वाली सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण फोस्फोटिक खाद(Important phosphatic fertilizers) में से एक होती है.यह खाद पौधों में पोषण के लिए नाइट्रोजन और फास्फोरस (Nitrogen and phosphorus) की कमी पूरी करने के लिए सबसे अच्छी स्रोत माना जाता है. क्योंकि इसमें नाइट्रोजन(Nitrogen) की मात्रा 18 प्रतिशत और फास्फोरस की मात्रा 46 प्रतिशत होती है.
NPK एक केमिकल खाद(Chemical fertilizers) रूप में उपयोग होती है. इसमें किसी भी पौधे के लिए सबसे जरूरी तत्व जैसे- N (नाइट्रोजन), P (फॉसफोरस),K (पोटैशियम) की मात्रा पाई जाती हैं. बाजार में NPK खाद N-P-K के अलग-अलग अनुपात के पैकेट में आता है. इस खाद के इस्तेमाल से पौधे का सम्पूर्ण विकास भी होता है.
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